हनुमान चालीसा में छिपे 7 ज्ञान के मूल मंत्र

हनुमान चालीसा केवल भक्ति का स्त्रोत नहीं, बल्कि जीवन को दिशा देने वाला दिव्य ग्रंथ है। तुलसीदास जी द्वारा रचित यह चालीसा प्रत्येक पंक्ति में गहन ज्ञान छिपाए हुए है। आज हम जानेंगे हनुमान चालीसा के 7 ऐसे ज्ञान के मूल मंत्र जो जीवन में शक्ति, आत्मविश्वास और शांति लाते हैं। 1. बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार यह पंक्ति विनम्रता और गुरु भक्ति का प्रतीक है। ज्ञान प्राप्त करने से पहले अहंकार को त्यागना आवश्यक है। 2. जय हनुमान ज्ञान गुण सागर हनुमान जी को ज्ञान और गुणों का सागर कहा गया है। यह मंत्र ज्ञान की महिमा को दर्शाता है। 3. विद्यावान गुनी अति चातुर जीवन में सफलता पाने के लिए बुद्धि, गुण और चातुर्य अनिवार्य हैं। यह पंक्ति आत्म-विकास का मूल है। 4. भीम रूप धरि असुर संहारे यह हमें सिखाता है कि जब संकट आए तो साहसी बनें और बुराई से डटकर मुकाबला करें। 5. संकट से हनुमान छुड़ावै श्रद्धा और भक्ति से हम अपने जीवन के संकटों से मुक्त हो सकते हैं। यह पंक्ति विश्वास का प्रतीक है। 6. जो सत बार पाठ कर कोई नियमितता और अनुशासन से जीवन में सकारात्म...